आगरा। हरीपर्वत क्षेत्र स्थित एक मिशनरी स्कूल में नौवीं की छात्रा से छेड़छाड़ की घटना हुई है। आरोपित सहपाठी हैं। एक आरोपित ने आठवीं क्लास में भी छात्रा को प्रपोज किया था। उसने इनकार कर दिया। तभी से आरोपियों ने उसका जीना दुश्वार कर दिया है। छात्रा के पिता ने बताया कि पिछले दिनों उनकी बेटी के मोबाइल पर एक फोन आया। अनजान नंबर था। फोन उन्होंने उठाया। फोन करने वाले ने उनका नाम लिया और कहा उससे बात कराओ। उन्होंने उससे कहा बोल रहा हूं। यह सुनते ही सामने वाले ने गंदी गालियां देना शुरू कर दिया। धमकी दी कि बेटी को संभालकर स्कूल भेजना। वह घबरा गए। टू कॉलर से पता चला कि नंबर किसके नाम है। नंबर बेटी की क्लास के एक लड़के का था। उससे संपर्क किया। उसने बताया कि उसका मोबाइल लेकर दूसरे लड़के ने फोन किया था। बेटी की क्लास के चार लड़के हैं। पिछले एक साल से बेटी को परेशान कर रहे हैं। पिछले साल बेटी आठवीं क्लास में थी। एक सहपाठी ने प्रपोज किया। बेटी ने इनकार कर दिया। स्कूल में छात्र की शिकायत की। उस समय क्लास टीचर ने उस लड़के की डांट लगाई थी। उसे चेतावनी दी गई थी। इस घटना के बाद आरोपित छात्र बेटी से रंजिश मान बैठे हैं । उसे परेशान करते हैं। यह शिकायत लेकर छात्रा के पिता स्कूल पहुंचे। प्रिंसिपल से मिले। प्रिंसिपल ने शिकायत सुनकर कहा कि गाली वाला फोन स्कूल के बाहर से किया गया था। स्कूल प्रबंधन इसमें कुछ नहीं कर सकता। पिता ने बताया कि बेटी भयभीत है। स्कूल जाने में डरने लगी है। बेटी को बुधवार को प्रिंसिपल ऑफिस में बुलाया गया। उससे कहा कि आरोपित छात्र दिखें तो रास्ता बदल लो। वैन बदल लो। उनसे बात मत करो। पापा को भी समझाना। उनसे कहना कि कोई बात नहीं है। दोबारा स्कूल में कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। बेटी ने यह बात घर पहुंचकर बताई तो परिजन हैरान रह गए।
<strong>पुलिस से मिलेंगे परिजन, करेंगे शिकायत</strong>
छात्रा के पिता का कहना है कि वह भी मुकदमा नहीं लिखना चाहते। बेटी इतनी छोटी भी नहीं अच्छा और बुरा नहीं समझती हो। उन्होंने पहले स्कूल में शिकायत की थी। स्कूल प्रबंधन बदनामी के कारण मामला दबाना चाहता है। वह पुलिस के पास जाएंगे। मांग यही करेंगे कि आरोपित छात्र की काउंसलिंग कराई जाए। उनके अभिभावकों को बुलाया जाए। इसके बाद भी बेटी को परेशान किया तो मुकदमा लिखाएंगे।