आगरा। रामबाग चौराहे पर जलकल विभाग की 700 एमएम की पाइपलाइन फटने से ट्रांस यमुना और आसपास के क्षेत्रों की जलापूर्ति बाधित हो गई। जलकल विभाग ने मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। चौराहे पर खुदाई के कारण यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो गई। जलकल विभाग के महाप्रबंधक अरुणेंद्र राजपूत ने बताया कि रात तक मरम्मत कर जलापूर्ति सामान्य कर दी जाएगी। जीवनी मंडी वाटर वर्क्स से ट्रांस यमुना और फाउंड्री नगर क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए 700 एमएम की पाइपलाइन बिछाई गई थी। इस पाइपलाइन के लीक होने से लाखोंलीटर पानी बर्बाद हो गया। जलकल विभाग की टीम ने मंगलवार को खुदाई शुरू की।रामबाग चौराहे पर हुई लीकेज और उसे ठीक करने के लिए की गई खुदाई से चौराहे पर यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इसकी वजह से वहां दिन भर जाम के हालात रहे। गड्ढे के आसपास बेरीकेडिंग गई और जेसीबी लगाकर रास्ता रोका गया है। जलकल अधिकारियों का कहना है कि लाइन ठीक करके गड्ढे को तुरंत भरा जाएगा लेकिन गीली मिट्टी की वजह से वहां बेरीकेडिंग करने होगी।
पावर लाइन से नुकसान का अनुमान
महाप्रबंधक अरुणेंद्र राजपूत ने बताया कि पाइप के पास क्लैंप लगी थी, जिसमें टोरंट पावर की लाइन जा रही है। अनुमान है कि लाइन डालने के दौरान ड्रिलिंग से पाइपलाइन को नुकसान पहुंचा। मरम्मत कार्य सुबह से शुरू कर दिया गया था। फिलहाल, ट्रांस यमुना और आसपास की जलापूर्ति रोक दी गई है, लेकिन यमुना पार के अन्य क्षेत्रों की आपूर्ति जारी है। जलकल विभाग के अनुसार, क्लैंप को ठीक कर लीकेज बंद करने की कोशिश की जा रही है। अगर पाइप बदलने की जरूरत पड़ी, तो समस्या गंभीर हो सकती है और दो दिन का समय लग सकता है। इससे प्रभावित क्षेत्रों में जलापूर्ति पूरी तरह बाधित रहेगी।