कांग्रेस पार्टी के साथ ही जवाहर लाल नेहरू और समाजवादी पार्टी की फितरत हमेशा आंबेडकर विरोधी रही : योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कांग्रेस, देश के पहले कांग्रेसी प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और सपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के साथ ही जवाहर लाल नेहरू और समाजवादी पार्टी की फितरत हमेशा आंबेडकर विरोधी रही। इन्होंने समाज को विभाजित करने के लिए राजनीतिक साजिश की।
योगी ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास तुष्टीकरण कर दलितों को वंचित रखना रहा है। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबा साहेब संविधान समिति का हिस्सा बनें। यूपीए सरकार में बाबा साहेब के चित्र को नेहरू द्वारा कोड़े मारते दिखाया गया था। इसके लिए तत्कालीन मानव
नेहरू पर बाबा साहेब की उपेक्षा करने का दावा किया
संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल को माफ़ी मांगनी पड़ी थी। योगी मंगलवार को आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
नेहरू को मुसलमानों की चिंता थी, दलित-वंचित की नहींः मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को चुनाव हराया था। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबा साहेब लोकसभा में जाएं। कांग्रेस ने कभीबाबा साहेब के परिनिर्वाण के बाद स्मारक नहीं बनने दिया। बाबा साहेब ने इस्तीफा देते समय कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस और नेहरू को वंचितों-दलितों की नहीं, मुसलमान की चिंता है।