आगरा के सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ विजय किशोर बंसल ने कैला देवी में अपना घर आश्रम के लिए किया दान
आगरा/कैलादेवी। आश्रयहीन, असहाय, बेसहारा एवं बीमार लोगों की सेवा के लिए कैलादेवी में अपना घर आश्रम का सोमवार को शुभारम्भ हुआ। आश्रम के लिए भवन आगरा के सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. विजय किशोर बसल जी परिवार द्वारा उपलब्ध कराया गया है। माँ माधुरी बृज वारिस सेवा सदन अपना घर संस्था भरतपुर द्वारा संचालित आश्रम में आवासीय क्षमता 50 बैड की रहेगी। आश्रम से जुड़े समाजसेवी मोहित मित्तल ने बताया कि ऐसे लावारिस बीमार जो असहाय स्थिति में सार्वजनिक, धार्मिक स्थल, रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड आदि के आस-पास बेहद दर्दनाक हालत में असीम गंदगी के साथ पडे हुए या घूमते हुए देखे जाते हैं, उन्हें इस अपना घर आश्रम में रेस्क्यू कर लाया जाएगा। जिसके अंतर्गत आवासियों (प्रभुजनों) के लिए हॉल, किचन, डिस्पेंसरी, जनसुविधाएं, भण्डार गृह, सेवासाथी, आवास तथा कार्यालय परिसर में स्थापित रहेगी। उन्होंने बताया कि अपना घर केवल पुरुष प्रभुजनों के लिए होगा। अगर आम नागरिकों को कहीं भी ऐसे असहाय दिखाई देते है, जिनका कोई भी नहीं है और लाचार, बीमार, घायल हालत में पड़े हैं तो उन्हें अपने घर के हेल्पलाइन नम्बर 8690383961 पर सूचित कर सकते है । उन्हें आश्रम की रेस्क्यू टीम ले कर आएंगी।
आश्रम की तरफ से इन सभी प्रभुजनों को आवास भोजन, वस्त्र चिकित्सा के साथ-साथ सभी आवश्यकताएं जनसहयोग से निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। महिला प्रमुजन मिलने पर उन्हें अपना घर आश्रम भरतपुर में भेजा जायेगा। उल्लेखनीय है कि यह संस्था संस्थापक डॉ बी. एम. भारद्वाज एवं डॉ माधुरी भारद्वाज द्वारा अपने साथी सहयोगियों के साथ मिलकर राजस्थान के भरतपुर जिले में 29 जून 2000 को पहले अपना घर आश्रम की स्थापना के साथ की गई थी। अब जिनकी संख्या 12 राज्यों में 62 हो गई है तथा एक आश्रम काठमांडू नेपाल में भी संचालित है। सभी आश्रमों में 15000 से अधिक प्रभुजी रह रहे है। सभी आश्रमों का दैनिक खर्च लगभग 25 लाख रुपए का है। अपना घर का उद्देश्य है कि कोई भी आश्रयहीन, असहाय, बीमार सेवा एवं संसाधनों के अभाव में कहीं भी दम न तोडे । कैलादेवी का यह अपना घर संस्था का 63वां आश्रम है! प्रवेशित प्रत्येक आवासी को
प्रभुजी की संज्ञा दी जाती है।इसके अतिरिक्त यहां से कोई चंदा मांगने नहीं जाता है. सरकार से भी कोई किसी प्रकार का अनुदान नहीं मिलता है। लेकिन सभी आवश्यकताओं की जरूरतों की चिट्ठी प्रतिदिन ठाकुर जी को लिखी जाती है और उसे पूरा करने विभिन्न मानव स्वरूपों में ठाकुर जी आते ही है। इस दौरान गिर्राज किशोर बंसल जी, डॉ विजय किशोर बंसल जी, डॉ सीताराम बंसल, अजय बंसल, सोनी बंसल, आकाश बंसल, मयंक बंसल एवं कैलादेवी मंदिर प्रबंधक चंद्रकांत, कार्यकारी अधिकारी कृष्णपाल सिंह जादौन, जितेंद्र सिंह चौहान, विजय राज शेखावत, विजेंद्र सिंह राठौड़, महेंद्र शर्मा अपना घर आश्रम भरतपुर संस्थापक माधुरी भरद्वाज महिला समिति अध्यक्ष माया गुप्ता, राष्ट्रीय समन्वयक शैलेंद्र त्यागी, हिंडौन आश्रम के पूर्व सचिव मोहित मित्तल, वीर सिंह बेनीवाल, उमा अग्रवाल, विनोद गोयल, अशोक आहूजा मौजूद रहे।