
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 48 घंटे पहले हुए आतंकी हमले को लेकर मीडिया इस संवेदनशील मुद्दे पर बड़ी जिम्मेदारी के साथ रिपोर्टिंग करें क्योंकि देश की नजर मीडिया पर है।
आज केंद्र सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समेत सरकार के कई मंत्री, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के साथ-साथ तमाम दलों के नेताओ का शामिल होना और प्रधानमंत्री का इस बैठक में शामिल न होना, बिहार मे रैली को संबोधित करना, लोगों को अखर रहा है। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि क्या प्रधानमंत्री को इस अति महत्वपूर्ण सर्वदलीय बैठक में नहीं होना चाहिए था?
आज पूरा देश गुस्से में है, दुखी है और देश के लोग चाहते हैं कि केंद्र सरकार आतंकियों को उनकी भाषा में जवाब दे। जानकारी के मुताबिक घटना के दो दिन पहले सुरक्षा एजेंसियों की जानकारी के बिना उस जगह को खोल दिया गया? सुरक्षा एजेंसियां इस विषय में अनभिज्ञता जताते हुए इस बारे में कोई जानकारी न होने की बात कह रही हैं। क्या इस मामले में जवाबदेही तय नहीं होनी चाहिए? जो दोषी हैं उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए?