किसान तहसील तक पहुंचा नहीं हो गया खेत का फर्जी बैनामा, खेत मालिक बैंक से लोन लेने गया तब खुला राज
भूपेंद्र भारद्वाज मौत

आगरा। तहसील एत्मादपुर हर समय विवादों में रहती है फर्जी बैनामा कराने वालों की तो लाइन लगी रहती है। गैंग सक्रिय है जो फर्जी बैनामा कराने का काम करता है 2 वर्ष पहले करोड़ों की जमीन का फर्जी बैनामा कराया गया था जिसमें कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया दो महिला सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था एक दूसरा मामला सामने आया है जिसमें खेत बेचने वाले ने 7 वर्ष बाद अपने साले को फर्जी तरीके से खेत का मालिक बनाकर अपनी बहन के नाम खेत का बैनामा करा लिया गवाह के तौर पर उसने अपनी मां एवं एक पड़ोसी गांव के रहने बाले को बनाया जब असली खेत मालिक बैंक से लोन लेने गया तो खेत के कागजात की आवश्यकता पड़ी जब तहसील में जाकर कागज निकलवाए तो पता चला कि खेत का तो बैनामा हो गया है जब किसान तहसील में बैनामा नहीं करने गया तो उसके खेत का बैनामा कैसे हो गया जब बैनामा की कॉपी निकाली गई तो पता चला कि फर्जी कागजात तैयार कर बैनामा कराया गया है पीड़ित ने जिलाधिकारी एवं डीसीपी बेस्ट से न्याय की गुहार लगाई है।
आपको बता दें पूरा मामला तहसील एत्मादपुर का है नरेंद्र कुमार शर्मा पुत्र ओंकार प्रसाद शर्मा निवासी दरकोली सासनी हाथरस ने 2017 में सोमवीर सिंह पुत्र अशोक कुमार निवासी चिरहौली थाना बरहन आगरा से खेत का बैनामा कराया था जिसका खसरा संख्या 285 है खेत का बैनामा कराने के बाद सोमवीर सिंह ने नरेंद्र कुमार शर्मा से पटटे पर खेत ले लिया और खेती करता रहा 7 वर्ष बाद 18 जनवरी 2024 को सोनवीर ने अपने साले नरेंद्र सिंह का फर्जी आधार कार्ड नरेंद्र शर्मा के नाम से बनकर तैयार कर लिया और खेत का बैनामा अपनी बहन हेमंत पुत्री अशोक कुमार के नाम से करा लिया बैनामा में गवाह के तौर पर अपनी मां हीरा देवी एवं पड़ोस के गांव के रहने वाले मोहित पुत्र सदैव राज सिंह निवासी बुर्ज कृपा को बना लिया असली खेत मालिक नरेंद्र शर्मा को खेत के बैनामा होने की जब जानकारी मिली नरेंद्र शर्मा बैंक से लोन लेने की तैयारी कर रहा था तब तहसील से कागजात लेने गया तहसील में पता चला कि उसके खेत का बैनामा हो चुका है पीड़ित के द्वारा जिलाअधिकारी एवं डीसीपी बेस्ट से न्याय की गुहार लगाई है अब देखना होगा कि इस गैंग में कौन-कौन शामिल है किस-किस के खिलाफ कार्रवाई होगी।