आगरादेश

खंदौली ब्लॉक प्रमुख को अपनी गाडी में नहीं दीखते गड्डे, विधायक ने संभाली कमान

आगरा। खंदौली कस्बे में आगरा अलीगढ़ हाईवे पर नाले की पुलिया धंसी हुई है सड़क पर पानी बह रहा है। गहरे गड्ढे हो गए हैं। जलभराव की समस्या वर्षो से बनी हुई है। इस मार्ग पर ब्लॉख प्रमुख आशीष शर्मा का प्रतिदिन निकलना होता है लेकिन उन्हें ये जलभराव सड़क में बने गड्डे नहीं दिखाई देते। फोटो में ब्लॉख प्रमुख की स्कार्पिओ है।

आपको बता दें पानी की निकासी के लिए विधायक डॉ धर्मपाल सिंह के प्रयास से तत्कालीन जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी द्वारा तत्काल प्रभाव से नाले के निर्माण की मंजूरी दी गई थी। टोल अथॉरिटी द्वारा 2.5 करोड़ की लागत से आगरा अलीगढ़ हाईवे पर नाले का निर्माण कराया गया था। लेकिन सफलता नहीं मिल सकी लेकिन विधायक डॉ धर्मपाल सिंह के लगातार प्रयासों से आगरा-अलीगढ़ हाईवे पर नाले के पानी की निकासी के लिए तहसील एत्मादपुर व बरोस टोल के अधिकारी के साथ निरक्षण किया नाले का ढलान यमुना एक्सप्रेस वे खंदौली इंटरवेज की तरफ बनाया गया था। अब अधिकारियों ने हाईवे से थाना खंदौली-पैतखेड़ा मार्ग होते हुए शंकरा तालाब से नाले को जोड़ने की तैयारी की है। तहसीलदार एत्मादपुर मांधाता सिंह ने बताया कि हाईवे के नाले का पानी थाना शंकरा तालाब में डालने की व्यवस्था की जा रही है। विधायक ने जल्द से जल्द जलभराव से छुटकारा पाने की बात कही

नेता और सेवक में बहुत बड़ा अंतर होता है

कुछ लोग नेता बनने के बाद गाड़ियों में बैठकर निकल जाते हैं जनता की समस्या क्या है उनका कोई लेना-देना नहीं अपने आप इसमें बैठकर केवल दिखावा मात्र के लिए जनता के तहसील बनते हैं लेकिन जब उनकी कुर्सी के पीछे ही ब्लॉक तहसील दलदल बना हुआ हो तो फिर आम जनता की क्या शिकायत सुनेंगे उन्हें तो केवल दिखावा मात्र करना है और गाड़ी में बैठकर निकल जाना है सेवक केवल सेवा करने के लिए होते हैं डॉक्टर धर्मपाल सिंह विधायक होते हुए भी हर जगह जनता के बीच पहुंचाते हैं और जनता की समस्या का हल कराते हैं यह विधायक होते हुए नेता नहीं है सेवक हैं तहसील एत्मादपुर के विकास पुरुष के नाम से पहचाने जाने वाले विधायक हैं किसी भी तरह की समस्या हो विधायक के पास पहुंचने के बाद खत्म हो जाती है लेकिन समस्या में हकीकत होना अति आवश्यक है गलत काम के लिए विधायक किसी भी तरह की सिफारिश नहीं करते अगर सत्य है तो समस्या का समाधान अवश्य होगा जल भराव की समस्या को लेकर लाल मंदिर पर कई बार धरना प्रदर्शन किया गया लेकिन विधायक द्वारा कमान संभाली गई और जल भराव की समस्या के लिए नाले का निर्माण कराया गया लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो फिर से विधायक ने सड़क पर उतरकर कमान संभाल कर समस्या का समाधान करने का निश्चय किया और अधिकारियों को आदेश दिए हैं के दो दिन के अंदर समस्या का समाधान नहीं किया गया तो उनसे बुरा कोई नहीं होगा क्योंकि जनता परेशान है और जनता की सेवा के लिए जनप्रतिनिधि बनते हैं अगर जनता समस्या से जूझ रही है तो फिर जनप्रतिनिधि होने का मतलब ही क्या निकलता है इस विचार के साथ हर समस्या का समाधान करने के लिए विधायक सड़क पर आ जाते हैं इसलिए क्षेत्रीय जनता भी इन्हें विकास पुरुष के नाम से जानती है।

ब्लॉक प्रमुख और विधायक में अंतर

ब्लॉक प्रमुख जनप्रतिनिधि नहीं होते और ब्लॉक तक सीमित होते हैं लेकिन विधायक जनप्रतिनिधि होते हैं और उनके क्षेत्र पूरी विधानसभा होती है विधायक निधि से हर काम जनता का किया जा सकता है लेकिन ब्लॉक प्रमुख निधि से सीमित कार्य किया जा सकता है लेकिन जिस ब्लॉक की स्थिति खराब हो उसे ब्लॉक से उम्मीद क्या हो सकती है कि ग्राम पंचायतो का कायाकल्प हो सकता है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button