आगरा। भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक चुनाव में एक बड़ा फैसला लिया गया है, जिसमें उन जिलाध्यक्षों के दो कार्यकाल मान लिए गए हैं जो वर्ष 2019 में पहली बार जिलाध्यक्ष बनाए गए थे और 2022 के यूपी विधान सभा चुनाव से पहले जिन्हें कार्यकाल विस्तार दे दिया गया था। ऐसे जिलाध्यक्षों को अब इस बार के संगठनात्मक चुनाव में जिलाध्यक्ष पद का दावेदार नहीं माना जाएगा।
पार्टी के इस फैसले से आगरा के जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाह और महानगर अध्यक्ष भानु महाजन जिलाध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हो जाएंगे।