आगरा। सिकंदरा के पीड़ित ओम प्रकाश मदान ने बताया कि भावना स्टेट मेडिकल स्टोर संचालक ने नौ साल पहले कर्मचारी को नौकरी पर रखा। चार वर्ष पूर्व संचालक का पुत्र गंभीर बीमार हो गया। इलाज के लिए आने-जाने के कारण कर्मचारी को मेडिकल स्टोर की जिम्मेदारी दे दी। आरोप है कि कर्मचारी ने आनलाइन भुगतान के लिए मेडिकल स्टोर के नाम से अपने खाते का क्यूआर कोड बनवा लिया। बिक्री की रकम धोखाधड़ी से हड़प ली। जानकारी होने पर पुलिस से शिकायत की तो आरोपी ने 10 लाख लौटाने का समझौता कर भुगतान करने का वादा किया। इसके बाद भुगतान नहीं किया। पीड़ित ने अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी से शिकायत की है।
उनका भावना स्टेट रोड पर बालाजी मेडिकल स्टोर है। बेटे का पूरा शरीर लकवा से ग्रस्त है। उसके इलाज के लिए चार वर्षों से बाहर जाना पड़ता था। इस दौरान 2020 में दुकान पर काम करने वाले सैनिक नगर, शाहगंज के ओमवीर सिंह ने दुकान के नाम से अपने खाते का आनलाइन भुगतान का क्यूआर कोड बना लिया। चार वर्षों में धोखाधड़ी कर बिक्री के लाखों रुपये अपने खाते में डाल लिए। जानकारी होने पर उन्होंने 24 अगस्त 2024 को पुलिस से शिकायत की। आरोपी को पुलिस ने बुलाया तो उसने और उसके परिजनों ने गलती स्वीकार की और 10 लाख रुपये 15 दिन में लौटाने का लिखित समझौता किया। इसके बाद उसने रुपये नहीं लौटाए। उनकी दुकान के पास ही अपनी दुकान खोल ली। अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी ने इंस्पेक्टर सिकंदरा को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रकरण पर ओमवीर का कहना है कि संचालक रकम ज्यादा बता रहे हैं, पुलिस उनके आरोपों की जांच कर रही है।