आगरादेश

दहेज में नहीं मिली कार, विवाहित की चाकू से गोदकर हत्या, हाथों से नहीं छूटी थी अभी मेहंदी

आगरा। फिरोजाबाद के रसूलपुर की रहने वाली प्रियंका की शादी 24 नवंबर को ताजनगरी फेस टू के रोहित पुत्र अर्जुन के साथ हुई थी। पिता अमर सिंह ने बताया कि प्रियंका पांच भाई और तीन बहनों में सबसे छोटी थी। बेटी बीटीसी की पढ़ाई कर चुकी थी। रोहित नोएडा में एक जेनरेटर फैक्ट्री में नौकरी करता है। शादी में हैसियत अनुसार खर्च किया था। शादी के कुछ दिन ही बाद वह दहेज में कार और पांच लाख रुपए मांगने लगे। मेरी बेटी को ससुराल वाले प्रताड़ित करने लगे। उससे लगातार कार और रुपए की मांग की जा रही थी। वह फोन कर मुझे और अपनी मां मुन्नी देवी को सब बताती थी। तब हम लोग उसे दिलासा देते, उससे मैं कहता धैर्य रखो बेटी, सब ठीक हो जाएगा। इसके बाद मैंने दामादा और उसके घर वालों से बात की। मैंने उन्हें शादी के खर्च का हवाला देकर कुछ समय बाद व्यवस्था करने को कहा था। मगर मायके वालों ने उसकी हत्या कर दी।

पिता ने कहा कि किसी धारदार हथियार से मेरी बेटी को मारा है। बताया कि शुक्रवार रात करीब एक बजे दामाद रोहित ने मेरे एक रिश्तेदार को फोन किया। उसने कहा, कि प्रियंका की मौत हो गई। बताया कि वह एसएन मेडिकल कॉलेज में है। इसके बाद रिश्तेदार ने मुझे फोन कर घटना की जानकारी दी। प्रियंका की मौत की खबर सुनते ही हम सभी लोग एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पहुंचे। इमरजेंसी के गेट पर स्ट्रेचर पर मुझे बेटी का शव पड़ा मिला। ससुराल वाले शव छोड़कर फरार हो चुके थे। बेटी के पेट से खून निकल रहा था। उसके शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे।

मेरी बेटी की चौथी भी नहीं गई थी। सात दिसंबर को उसे विदा कराने आना था। इसको लेकर तैयारी हो रही थी। चौथी की रस्मों की सारी तैयारी हो गई थी। रात दस बजे तक प्रियंका ने मां मुन्नी देवी से बात की थी। मां बार-बार बेटी को याद कर रो रही थी। इस दौरान वह कई बार बेसुध भी हो गईं। इंस्पेक्टर ताजगंज जसवीर सिंह ने बताया कि प्रियंका के परिजनों ने दहेज हत्या की तहरीर दी है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button