ड़ॉ नेहरू पेट हॉस्पिटल में विश्व पशु चिकित्सा दिवस मनाया गया, गर्मी में डॉग की देखभाल के लिए सुझाव बताये
आदित्य श्रीवास्तव

आगरा में शनिवार को ड़ॉ नेहरू पेट हॉस्पिटल में विश्व पशु चिकित्सा दिवस मनाया गया साथ ही दो दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुत्तों के एंटी रेबीज टीके लगाए गए, डां नेहरु के इस कैम्प में 124 बिल्लियों व 142 श्वांग का निशुल्क चेकअप किया, रजिष्ट्रेशन के बाद सभी बिल्लियों व डोगीस को एंटी रेबीज के व डीवॉर्मिंग के साथ पेट के कीड़ो की दवा दी गई, इसके साथ-साथ टिक ट्रीटमेंट भी किया गया, डां संजीव नेहरू ने बताया कि सभी पेट्स का वैक्सीनेशन व डिवारमिंग भी बहुत जरूरी होता है। हर दो से तीन महीने में डॉग की व बिल्ली की डिवारमिंग जरूर कराये
डॉ संजीव नेहरू ने गर्मी में डॉग की देखभाल के लिए कुछ सुझाव बताये
गर्मी में डॉग की देखभाल के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है उन्हें ठंडा और हाइड्रेटेड रखना। इसके लिए उन्हें पर्याप्त पानी पिलाएं, छायादार जगह पर रखें, और गर्म समय में टहलने से बचें.
गर्मी में डॉग की देखभाल के लिए कुछ सुझाव:
पर्याप्त पानी पिलाएं:
हमेशा साफ और ठंडा पानी उपलब्ध कराएं और पानी के कटोरे को अक्सर बदलते रहें.
छायादार जगह पर रखें:
जब तक कि धूप बहुत तेज हो, अपने कुत्ते को छायादार जगह पर रखें.
सुबह-शाम टहलें:
दिन के सबसे गर्म समय में टहलने से बचें, सुबह जल्दी या शाम को टहलना बेहतर होता है.
एयर कंडीशनिंग या पंखे का उपयोग करें:
कमरे को ठंडा रखने के लिए एयर कंडीशनिंग या पंखे का उपयोग करें.
ठंडा पानी से गीला तौलिया लगाएं:
अगर कुत्ता ज़्यादा गरम हो रहा है, तो उसे ठंडे पानी से गीला तौलिया लगाकर ठंडा करें.
डॉग हाउस से दूर रखें:
डॉग हाउस में हवा का प्रवाह नहीं होता है, जो गर्मी में खतरनाक हो सकता है.
नहलाएं:
अपने कुत्ते को नियमित रूप से नहलाएं ताकि वह ठंडा रहे.
सनबर्न से बचाएं:
कुत्ते के बालों को सनबर्न से बचाने के लिए, उन्हें छायादार जगह पर रखें या सनस्क्रीन का उपयोग करें.
गर्म फुटपाथ से बचाएं:
गर्मियों में फुटपाथ गर्म हो जाते हैं, इसलिए अपने कुत्ते के पंजों को गर्म फुटपाथ से बचाएं.
गर्मियों में विशेष रूप से सावधान रहें:
ब्रैकियोसेफेलिक नस्लों (जैसे कि बुलडॉग) को गर्मी के मौसम में सांस लेने में समस्या हो सकती है, इसलिए इन नस्लों को विशेष रूप से सावधान रहें।
डां संजीव नेहरू ने लोगों से अपील की है कि वह अपने जानवरों की देखरेख करें और समय पर उनके एंटी रेबीज के टीके लगाए, जिससे कि गर्मी में बीमारी न फैले। इस अवसर वेटरनरी स्टाफ मौजूद रहा।