
गांव में मुनादी कराई जा रही है। सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की जा रही है। चंबल का जलस्तर 126 मीटर तक पानी पहुंच चुका है। 38 गांव पर खतरा है। आठ बाढ़ चौकियां बनाई हैं। वहीं, पार्वती नदी के पानी से नगला बेरिया डूब गया है। 70 परिवारों को दूसरे गांव के डिग्री कॉलेज में शरण दी है। हजारों बीघा फसल जलमग्न है।