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आबकारी विभाग में वसूली बंटवारे को लेकर जूतम पेजार की स्थिति, असली बेचो चाहे नकली महीने दारी दो

आगरा। वसूली में हिस्सेदारी को लेकर आबकारी विभाग में घमासान मचा हुआ है। बीते तीन दिन में जिस तरीके से घटनाएं हुई हैं, उससे विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे हैं। हिस्सेदारी को लेकर सिपाहियों और प्रधान सिपाहियों के मध्य अपशब्द बोले गए और मारपीट की नौबत तक आ गई। हिस्सा न मिलने से नाराज कई सिपाहियों ने शराब दुकानों के अनुज्ञापियों को भी फोन किया। सोमवार को महिला सिपाही का पति कार्यालय में निरीक्षक के पास पहुंच गया। जिस पर जिला आबकारी अधिकारी (डीईओ) नीरज द्विवेदी ने सिपाहियों को कार्यशैली में सुधार की हिदायत दी। वहीं रविवार को भी निरीक्षकों की बैठक बुलाई गई थी। आबकारी विभाग सात सेक्टर और सात क्षेत्र में बंटा हुआ है। इनमें 797 शराब की दुकानें हैं। इस वित्तीय वर्ष में 1300 करोड़ के राजस्व वसूली का लक्ष्य है। दो निरीक्षकों को छोड़कर बाकी नए आए हैं। वर्तमान में 55 सिपाही और 35 प्रधान सिपाही हैं। अधिकांश सिपाही नए हैं। तीन माह पूर्व पहली बार वसूली में हिस्सेदारी को लेकर विवाद खुलकर सामने आया। एक प्रधान सिपाही ने महिला सिपाही को थप्पड़ मार दिया। महिला सिपाही ने किसी से इसकी शिकायत तक नहीं की। 18 अक्टूबर को मंटोला रोड स्थित आबकारी कार्यालय में महिला सिपाहियों ने प्रधान सिपाहियों पर हिस्सा न देने का आरोप लगाया। हंगामा भी हुआ। क्षेत्र चार की एक महिला सिपाही ने कई अनुज्ञापियों को फोन किया। महीनेदारी में हिस्सा सीधे देने के लिए कहा। कई अनुज्ञापियों ने मजाक समझ प्रधान सिपाहियों को जानकारी दी। एक बार फिर हिस्सेदारी को लेकर विवाद हो गया। प्रधान सिपाही लामबंद हो गए। वहीं सिपाहियों ने भी हिस्सा पूरा देने को कहा। निरीक्षकों ने इसे लेकर चुप्पी साध ली। मामला सामने आने के बाद रविवार को जिला आबकारी अधिकारी नीरज द्विवेदी ने सभी निरीक्षकों के साथ बैठक की। हिदायत दी कि किसी भी कार्मिक द्वारा अनुज्ञापियों को फोन नहीं किया जाएगा। सभी निरीक्षकों से तीन दिन में स्पष्टीकरण तलब किया गया है। प्रवर्तन कार्रवाई की जानकारी हर दिन देनी होगी। सोमवार को जिला आबकारी अधिकारी ने सिपाहियों के साथ बैठक में कार्यशैली में सुधार के लिए कहा।

इन जगहों से होती है वसूलीः विभागीय चर्चा के अनुसार, शराब की दुकान को एक क्षेत्र से दूसरी जगह स्थानांतरित करने पर, निधारित समय से पहले और देर रात तक दुकान खुलने पर, पांच से दस रुपये प्रति बोतल को ओवर रेटिंग, एक दुकान को शराब की बिक्री दूसरी दुकान में करने पर, हरियाणा सहित अन्य राज्यों की शराब की बिक्री होने पर वसूली होती है।

आबकारी विभाग में वसूली में हिस्सेदारी का मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जाएगी।
अरविंद मल्लण्या बंगारी, डीएन

एक दैनिक अखबार के द्वारा खबर प्रकाशित करने के बाद विभाग में भूचाल आ गया है

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