आगरा

स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं मिलते डॉक्टर, सीएमओ नहीं उठाते फोन, जन्म प्रमाण पत्र के लेते है एक हजार, सरकार को बदनाम करने की रची जा रही साजिश

आगरा। योगी सरकार द्वारा जनता को उचित इलाज दिलाने का भरोसा दिया जाता है समय-समय पर सरकार के मंत्री स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रखने के लिए निर्देश जारी करते हैं लेकिन जिले पर बैठे मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनमानी करने में लगे हुए हैं सरकार को बदनाम कर रहे हैं आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती मरीज से अवैध वसूली के मामले हर रोज आते हैं जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर हजारों रुपए लिए जाते हैं डिलीवरी के दौरान रुपए लेने के मामले सामने आते हैं लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती लाखों रुपए का कबाड़ा बेचकर हजम कर लिया गया कागजों में नाम मात्र पैसा दिखाकर बटवारा कर लिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती सूत्रों की माने तो जिले स्तर पर बैठे अधिकारियों को महिनेदारी पहुंच जाती है इसलिए उनकी आंखें बंद हो जाती हैं आखिरकार यह खेल कब तक चलता रहेगा

जनता से अवैध वसूली कर अपने चार्ट बनाने वाले अधिकारी सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं एत्मादपुर विधानसभा के स्वास्थ्य विभाग का तो बहुत बुरा हाल है खंदौली स्वास्थ्य केंद्र एत्मादपुर स्वास्थ्य केंद्र अहारन स्वास्थ्य केंद्र नगला महा सिंह पर समय से डॉक्टर नहीं पहुंचते मरीज दवा के लिए सुबह से इंतजार करते हैं लेकिन डॉक्टरों की मनमानी के कारण अस्पताल नहीं खुलता पिछले दिनों खदौली स्वास्थ्य केंद्र के वीडियो वायरल हुए थे दो दिन तो अस्पताल समय से खुला लेकिन सोमवार मंगलवार को समय पर डॉक्टर नहीं दिखाई दिए अहारन स्वास्थ्य केंद्र तो राम भरोसे चल रहा है 11:00 बजे तक डॉक्टर नहीं पहुंचते नहीं अस्पताल खुलता है मरीज दवा के लिए सुबह से बैठते हैं लेकिन दवा देने वाला कोई नहीं है जबकि अस्पताल खुलने का समय सुबह 8:00 बजे का है लेकिन कोई डॉक्टर कर्मचारी नहीं पहुंचता सोमवार को भारत TV की टीम स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची तो ताला पड़ा हुआ था 10:45 तक कोई नहीं आया 11:00 बजे के आसपास एक महिला डॉक्टर पहुंची उनसे पूछा गया तो उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया अस्पताल के अंदर गंदगी फैली हुई है शीशे टूटे हुए हैं इसकी देखरेख कौन करेगा मरीज का कहना था कि समय से स्वास्थ्य केंद्र कभी नहीं खुला 11:00 बजे के आसपास डॉक्टर आते हैं और घंटे दो घंटे बैठकर चले जाते हैं

कई बार इस स्वास्थ्य केंद्र के बारे में अधिकारियों को बताया गया लेकिन किसी की आंखें नहीं खुली एत्मादपुर अधीक्षक के द्वारा इन स्वास्थ्य केन्द्रो की देखभाल की जाती है लेकिन उनकी मनमानी के आगे अधिकारी भी नहीं बोलते लाखों रुपए का कबाड़ा बेचकर अधीक्षक खा गए सरकारी कागजों में नाम मात्र पैसा दिखाया गया जिसका भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था ऐसे अधिकारी को रहने का क्या अधिकार है जिसका आदेश का पालन जूनियर डॉक्टर कर्मचारी न करते हो सोमवार को जब अधीक्षक से संपर्क किया गया जानकारी की गई के तो पता चला स्वास्थ्य केंद्र पर कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा है ताला पड़ा हुआ है तो अधीक्षक ने कहा कि मैं जानकारी करता हूं लेकिन उसके बाद फोन तक नहीं उठाया मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जब संपर्क करना चाहा तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया लगातार संपर्क के बावजूद भी कोई जानकारी हासिल नहीं हो सकी क्योंकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी को महीनेदारी पहुंच जाती है इसलिए डॉक्टर मनमानी करने में लगे हुए हैं।

स्वास्थ्य केंद्र पर कुछ भी होता रहे उनका कोई लेना देना नहीं क्षेत्रीय विधायक डॉ धर्मपाल सिंह का कहना है कि किसी समय स्वास्थ्य केन्द्रो का निरीक्षण किया जाएगा और अधिकारियों को जानकारी दी जाएगी स्वास्थ्य केन्द्रो पर डॉक्टर नहीं मिले तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी आखिरकार जनता को समय पर उपचार उपलब्ध नहीं हो पाता एत्मादपुर स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है अधीक्षक ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र लेने के लिए लोग नहीं आते हजारों की संख्या में जन्म प्रमाण पत्र रखे हुए हैं लेकिन जब जन्म प्रमाण पत्र लेने वालों से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य केंद्र पर ₹1000 जन्म प्रमाण पत्र देने के लिए लिए जाते हैं जबकि ₹1 नहीं लगता आखिरकार जनता को जमकर लूटा जा रहा है अधिकारी अपनी आंखें बंद कर बैठे हुए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती। ब्लॉक प्रमुख आशीष शर्मा द्वारा खंदौली स्वास्थ्य केंद्र का कई बार निरक्षण किया गया लेकिन वो केवल सोशल मीडिया पर दिखाने के लिए किया जाता है स्वास्थ्य केंद्र पर खराब पड़ी व्यस्थाओं को सुधारने के लिए नहीं

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